हनुमान बाहुक पाठ हिंदी में अर्थ सहित

हनुमान बाहुक पाठ हिंदी में अर्थ सहित

हनुमान बाहुक पाठ को लोग हनुमान बाहुक चालीसा, श्री हनुमान बाहुक, हनुमान बाहुक मंत्र, श्री हनुमान बाहुक पाठ, बजरंग बाहुक पाठ के नाम से बी जानते हे। संवत् 1664 विक्रमाब्द के लगभग गोस्वामी तुलसीदासजी की बाहुओं में वात-व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े-फुंसियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान – सा बन गया था। औषध, यन्त्र, मन्त्र, त्रोटक आदि … Read more